मेरे अंदर अपनी जिंदगी और इस छोटी सी जिंदगी में शामिल बहुत सारे लोगो के प्रति अहोभाव है। मुझे हर वो आवाज पसंद है जो अंदर या बाहर बदलाव के लिए हो। मुझे हर वो गीत प्यारा है जो आंखो में मीठे आंसू लाता हो। मुझे हर वो शख्स पसंद है जो जो बेखयाली में झूम कर गाता हो। मैं हर उस खूबसूरत इनसान की कायल हूं, जो अपनी खूबसूरती से बिलकुल अनजान और बेपरवाह हो।
इस ब्लाग में मेरी कोशिश ऐसी पंखुड़ियों को सहेजने की है, जो शेफाली को शेफाली बना रही है। इस ब्लाग की पंखुड़ियां कभी संस्मरणों का अपनापन लिए होंगी तो कहीं डायरी सी सादगी लिए। हर एक पंखुड़ी कभी दिमाग तो कभी दिल की बात कहेगी। हर एक पंखुड़ी इंटरनेट पर उड़कर अपनी खूशबू आप तक पहुंचाएगी। आप इन पंखुड़ियो को फूल बनाने में मदद करेंगे....
....आपकी शेफाली
इस ब्लाग में मेरी कोशिश ऐसी पंखुड़ियों को सहेजने की है, जो शेफाली को शेफाली बना रही है। इस ब्लाग की पंखुड़ियां कभी संस्मरणों का अपनापन लिए होंगी तो कहीं डायरी सी सादगी लिए। हर एक पंखुड़ी कभी दिमाग तो कभी दिल की बात कहेगी। हर एक पंखुड़ी इंटरनेट पर उड़कर अपनी खूशबू आप तक पहुंचाएगी। आप इन पंखुड़ियो को फूल बनाने में मदद करेंगे....
....आपकी शेफाली
11:17 PM |
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Comments (8)
बधाइयाँ , ब्लॉग के लिए ! आशा और विश्वास के साथ भविष्य में इसी प्रकार के सुंदर और उत्तम लेखों के लिए हार्दिक शुभ कामनाएं ! रज़ा
HOW TO BE HAPPY!
The secret of happiness is within ourselves and cannot be derived from others.To be happy we are taught to help others less fortunate than us. But we shall not be happy till we keep helping others or making others happy with a return gift in mind.Deny as much as we do,but almost good deeds or philonthropic acts have a hidden selfish motive of getting blessings,praise etc.. it is only when this expectation of barter gratification is eliminated from our subconscious,shall we experience true peace and happiness.
aradhna,this is why acheiving real happiness is difficult.one can'nt control his or her subconsious easily.many a times we are not even aware of our subconcious mind.is'nt so?
thanks for sharing your beautiful thought...hope this will continue.
आपका खै़रमखदम है...
इतनी खुशबू से बेहोश हो गए तो होश में भी आपको ही लाना होगा...
वैसे,
होश वालों को क्या ख़बर, बेखुदी क्या चीज़ है...
जय हिंद...
शुक्रिया,वैसे खुशबुएँ होश उड़ाने के लिए ही होती हैं,होश में तो इंसान अक्सर ही रहता है/आशा है आप शेफालीनामा में कही अनकही कहते रहेंगे
Welcome to virtual world...shefaali...may god spare you with mundane things to come online often and share the grey cells with fellow bloggers...wishing you luck, good health and wisdom to relish life...
Thanks sudhirji,hope we'll share a lot many thoughts and kahi-ankahi in future.do keep blogging and commenting on my posts.
CONGRATULATIONS FOR THE NEW BLOG MAM...REALLY! VERY NICE THOUGHTS ARE WRITTEN WITH MIND BLOWING HINDI.....:)